निलंबित AAP पार्षद ताहिर हुसैन गिरफ्तार, लगे हैं कई गंभीर आरोप


नई दिल्ली संवाददाता। उत्तर पूर्व दिल्ली में हुई हिंसा के कई मामलों में आरोपित आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। ताहिर हुसैन पर आइबी कांस्टेबल अंकित शर्मा की हत्या में शामिल होने के साथ-साथ, हिंसा भड़काने, साजिश रचने समेत कई अन्य मामले दर्ज किए गए हैं।


इससे पहले अतिरिक्त मुख्य मेटोपॉलिटन मजिस्ट्रेट विशाल पाहूजा (Additional Chief Metropolitan Magistrate, Vishal Pahuja) ने ताहिर हुसैन की सरेंडर की अर्जी को खारिज कर दिया था। इसके पक्ष में कोर्ट ने तर्क दिया था कि यह उनके दायरे में नहीं आता है। 



  • AAP पार्षद ताहिर के वकील मुकेश कालिया ने बृहस्पतिवार सुबह ही अतिरिक्त मुख्य मेटोपॉलिटन मजिस्ट्रेट विशाल आहूजा (Additional Chief Metropolitan Magistrate (ACMM) Vishal Pahuja) के पास सरेंडर के लिए आवेदन किया था।  

  • मुकेश कालिया के मुताबिक, पार्षद रास्ते में हैं और कुछ ही देर में राऊज एवेन्यू कोर्ट में सरेंडर करेंगे। यह भी कहा कि यदि वह बीच में गिरफ्तार हुए बिना कोर्ट पहुंचता है तो वह अदालत के समक्ष यहां आत्मसमर्पण ही करेंगे। 

  • बुधवार को हुई सुनवाई के दौरान निलंबित AAP पार्षद ताहिर हुसैन से संबंधित मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (Special Task Force) के अधिकारी को नोटिस जारी किया है, जिस पर सुनवाई के दौरान जवाब देना है।

  • ताहिर हुसैन उत्तर पूर्व दिल्ली में 24-25 फरवरी को हुई हिंसा में आरोपित होने के साथ इंटेलिजेंस ब्यूरो के कांस्टेबल अंकित शर्मा की हत्या में भी आरोपित हैं। 

  • दंगा भड़काने के आरोपित ताहिर हुसैन की अग्रिम जमानत याचिका पर कड़कड़डूमा कोर्ट ने क्राइम एसआइटी से जवाब मांगा है।

  • अग्रिम जमानत याचिका पर पुलिस को नोटिस करने के साथ कड़कड़डूमा कोर्ट के सुधीर कुमार जैन ने सुनवाई 5 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी। ताहिर ने गिरफ्तारी से बचने के लिए 3 मार्च को अग्रिम जमानत याचिका दाखिल की थी।

  • यहां पर बता दें कि ताहिर हुसैन मूल रूप से उत्तर प्रदेश के अमरोहा के रहने वाले हैं और पिछले 20 सालों से उत्तर पूर्वी दिल्ली में रह रहे हैं। वह मजदूरी करने के लिए दिल्ली से आए थे और यहां पर अब करोड़ों की दौलत के मालिक हैं। 

  • गौरतलब है कि 24-25 फरवरी को हुई उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा में अब तक 50 लोगों की जान जा चुकी है और 200 से ज्यादा घायलों को दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है।