भोपाल। लोकतांत्रिक जनता दल के मार्गदर्शक एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री शरद यादव ने बुधवार को कहा कि भाजपा नीत केन्द्र सरकार ने अपने पिछले करीब छह साल के शासनकाल में घर वापसी, लव जिहाद, गाय, अनुच्छेद 370, संशोधित नागरिकता कानून (सीएए), राष्ट्रीय जनसंख्या पंजी (एनपीआर) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) जैसे विवादित मुद्दे उठाकर देश में अशांति का माहौल पैदा किया है।
उन्होंने कहा कि यह सरकार न तो रोजगार की बात कर रही है और न ही देश की अर्थव्यवस्था को सुधारने की दिशा में कोई ठोस कदम उठा रही है। आज देश के हालात विकटहैं। असम में हुए एनआरसी में करीब 13 लाख हिन्दुओं सहित 19 लाख लोगों के नाम न आने पर उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा (घुसपैठिये) मुसलमानों को देश से हटाने का बहाना बना रही है, लेकिन असल में वह दलित, पिछड़े, गरीब एवं किसानों को इस एनआरसी के जरिये हटाना चाहती है।
उन्होंने कहा, ‘‘ये (भाजपा) पूंजीपतियों की पार्टी है।’’केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा हाल ही में पेश किये गये बजट को समझ से परे बताते हुए उन्होंने कहा कि विश्व में यह अकेली अनोखी सरकार है जो सरकारी संपत्ति को बेच रही है। यह सरकार रेल, तेल कंपनी, एयरइंडिया एवं एलआईसी जैसी मुनाफे वाली सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों को पूंजीपतियों को बेचने को तैयार है। उन्होंने कहा कि भाजपा इस चुनाव को नफरत फैलाकर जीतना चाहती है। वह हर चुनाव में यही करती है।