नयी दिल्ली। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) अपने कांस्टेबल मोहम्मद अनीस का घर फिर से बनवाएगा जिसे उत्तरपूर्वी दिल्ली के दंगों में जला दिया गया था। अर्द्धसैनिक बल इसे ‘विवाह के उपहार’ के तौर पर उन्हें सौंपेगा। बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 29 वर्षीय कांस्टेबल फिलहाल पश्चिम बंगाल के सिलिगुड़ी के पास राधाबरी में पदस्थापित हैं और ‘‘बहुत जल्द’’ उनका तबादला दिल्ली होगा ताकि वह अपने परिवार के साथ रह सकें और अपनी शादी की तैयारियां कर सकें।
उत्तरपूर्वी दिल्ली के जाफराबाद, मौजपुर, गोकलपुरी, खजूरी खास और भजनपुरा में हुए दंगों में 42 लोगों की मौत हो गई और 200 से अधिक लोग जख्मी हो गए। सीमा सुरक्षा बल के अधिकारी ने कहा कि उन्हें मीडिया की खबरों से पता चला कि खजूरी खास में कांस्टेबल के पैतृक आवास को क्षति पहुंचाई गई। अधिकारी ने कहा, ‘‘उत्तरपूर्वी दिल्ली में सांप्रदायिक संघर्ष के दौरान दंगाइयों ने जवान के घर में आग लगा दी जिसमें काफी नुकसान पहुंचा है। उनके परिवार के लोग जहां सुरक्षित हैं वहीं उनके घर को फिर से बनाने और उसका पुनर्निर्माण कराने की जरूरत है।’’
बीएसएफ के उप महानिरीक्षक पुष्पेन्द्र राठौड़ ने शनिवार को अनीस के माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्यों से उनके आवास पर मुलाकात की और उन्हें अर्द्धसैनिक बल की तरफ से हरसंभव सहयोग देने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा, ‘‘हमने जवान को अपने कल्याण कोष से दस लाख रुपये का सहयोग देने का निर्णय किया है। साथ ही बल की इंजीनियरिंग शाखा एक पखवाड़े में उनके घर का पुनर्निर्माण करेगी।’’ राठौड़ ने ‘बताया कि बीएसएफ के प्रमुख और महानिदेशक वी. के. जौहरी ने निर्देश दिया है कि कांस्टेबल के परिवार को हरसंभव मदद दी जाए।