जनगणना-2021 की तैयारियों को लेकर अपर जिलाधिकारी डा0 एस.के. बरनवाल की अध्यक्षता में प्रशिक्षण कार्यशाला

 



सूचना/पौड़ी/दिनांक 03 मार्च, 2020
संस्कृति विभाग के प्रेक्षागृह में जिला प्रशासन के तत्वाधान में जनगणना-2021 की तैयारियों को लेकर अपर जिलाधिकारी डा0 एस.के. बरनवाल की अध्यक्षता में आयोजित आज प्रशिक्षण कार्यशाला के दूसरे दिन संबंधित कार्मिकांे को जनगणना 2021 हेतु सीएमएमएस पोर्टल पर कार्य करने की विस्तार से जानकारियां दी गई। कार्यशाला में मकान की सूचीकरण एवं मकान की गणना करने के बारे में जानकारी दी गई।
अपर जिलाधिकारी डा0 बरनवाल ने कहा कि प्रशिक्षण में सीखाये जा रहे सभी बिन्दुओं को ध्यान पूर्वक समझे, कहा कि जनगणना में किसी भी प्रकार की लापरवाही न हो इसके लिए कार्यशाला में कार्मिकों के संशयात्क प्रश्नों का तथ्यों के आधार पर निस्तारण किया गया। उन्होंने भारत सरकार की ओर से हर दशाब्दी में आयोजित की जानी वाली इस प्रक्रिया को पूरी तन्मयता के साथ सम्पन्न करने के निर्देश दिये।
कार्यशाला का संचालन करते हुए जनगणना कार्य निदेशालय उत्तराखंड के संयुक्त निदेशक मनीष कुमार चैधरी ने दृश्य एवं श्रव्य के माध्यम से जनगणना-2021 ‘‘जनगणना से जन कल्याण‘‘ थीम की बिन्दुवार जानकारियां दी। कहा कि इस बार जनगणना मिक्स मोड पर होना है जिसमें मोबाईल एप्प एवं अनुसूचि द्वारा विवरण भरा जायेगा।  उन्होंने बताया कि जनगणना-2021 की विधिवत शुरूआत 9 से 28 फरवरी 2021 से होगी। साथ ही 9 से 28 फरवरी 2021 के दौरान ही जनगणना-2021 में प्रश्नावली को मोबाइल ऐप के द्वारा भरे जाने का कार्य भी किया जाएगा। इसके बाद 1 से 5 मार्च 2021 तक रिवीजनल राउंड होगा। जबकि 28 फरवरी 2021 की रात को बेघर परिवारों की जनगणना की जानी है और 1 मार्च की रात्रि 12.00 बजे तक प्राप्त जानकारी के अनुसार ही जनगणना के आंकड़ों को प्रकाशित किया जाएगा। 34 प्रश्नों के आधार पर जनगणना की जाएगी। जनगणना जनसांख्यिकी, आर्थिक कार्यकलाप, साक्षरता एवं शिक्षा, मकानों एवं परिवारों में उपलब्ध सुविधायें, शहरीकरण, जन्म एंव मृत्यु दर, अनुसूचित जातियां एवं जनजातियां, भाषा, धर्म और प्रवास आदि स्रोतों से जनगणना के आंकडे़ प्रकाशित किये जाएंगे। उन्होंने कहा कि जनगणना दो चरणों में की जाएगी। प्रथम चरण में मकान सूचीकरण एवं मकान गणना के साथ राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर भी अपडेट किया जाएगा। यह प्रक्रिया 1 मई से 15 जून 2020 तक सम्पन्न होनी है।
कार्यशाला में परियोजना अर्थशास्त्री दीपक रावत, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी संजय शर्मा, जनगणना कार्य निदेशालय के जिला समन्वयक प्रतीक कुमार उपाध्याय समेत विभिन्न तहसीलों व नगर पालिकाओं को संबंधित कार्मचारी उपस्थित रहे।