रांची। राष्ट्रीय स्वयंसेवक प्रमुख मोहन भागवत ने बृहस्पतिवार को कहा कि कट्टरता और जलवायु परिवर्तन जैसी समस्याएं दुनिया भर में शांति को बाधित कर रही हैं और इनका समाधान केवल भारत के पास है क्योंकि उसके पास समग्र रूप से सोचने और इस समस्याओं से निपटने का अनुभव है। भागवत ने कहा, ‘‘दुनिया भारत का इंतजार कर रही है, इसलिए भारत को एक महान राष्ट्र बनना होगा।’’ उन्होंने यहां आरएसएस द्वारा आयोजित ‘मेट्रोपोलिटन मीटिंग’ में अपने संबोधन मेंकहा कि जब भी भारत मुख्य भूमिका निभाता है, दुनिया को लाभ होता है।
भागवत ने कहा, ‘‘कट्टरता, पर्यावरण की समस्याएं और खुद को सही एवं शेष सभी को गलत मानने की सोच विश्व में शांति को बाधित कर रही है।’’ उन्होंने कहा कि केवल भारत के पास इन समस्याओं का समाधान तलाशने के लिए समग्र रूप से सोचने का अनुभव है। उन्होंने अपने एक UK दौरे का हवाला देते हुए कहा कि जब वह वहां के एक आरएसएस के कार्यकर्ता से बातचीत कर रहे थे तो उन्हें पता चला राष्ट्रवाद शब्द बोलने में अच्छा लगता है पर यह हिटलर शाही को दर्शाता है। उन्होंने साफ कहा कि आप नेशन शब्द का इस्तेमाल कर सकते हैं, नेशनलिटी कह सकते हैं, पर नेशनलिज्म से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि राष्ट्रवाद में नाजी और हिटलर की झलक दिखाई पड़ती है। अपने कार्यकर्ताओं से राष्ट्रवाद जैसे शब्द का इस्तेमाल करने से बचने का सलाह देते हुए कहा कि हमें हिटलर या नाजी जैसे लोगों के विचारों से बचना चाहिए। हमें राष्ट्र या राष्ट्रीय जैसे शब्दों के इस्तेमाल को महत्व देना चाहिए।