उच्च शिक्षा मंत्री ने लोगों की समस्याओं के निस्तारण का संकल्प दोहराया


सूचना/पौड़ी/दिनांक 24 फरवरी, 2020
प्रदेश के दुग्ध विकास, सहकारिता तथा उच्च शिक्षा, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा. धन सिंह रावत ने जनपद पौड़ी के श्रीनगर तहसील क्षेत्रंतर्गत आज विभिन्न गांवों का भ्रमण किया। सरस मेले के उद्घाटन से पूर्व उन्होंने धारीदेवी, सुरालगांव, जलेथा आदि गांवों में लोगों से मुलाकात कर जिला सहकारिता व नाबार्ड की ओर से संचालित बैठकों में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। क्षेत्रीय विधायक डा. रावत ने सुप्रसिद्ध धारीदेवी मंदिर में विधिवत पूजा अर्चना के बाद विभिन्न क्षेत्रों में भ्रमण कार्यक्रमों के लिए पदार्पण किया। इसके उपरान्त मा. मंत्री डा. रावत सुरालगांव में जिला सहाकारिता बैंक व नाबार्ड के तत्वाधान में आयोजित डिजिटल गोष्टी में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे। गोष्टी में उन्होंने महिला समूहों के लिए सहाकारिता और दुग्ध विकास विभाग की ओर से संचालित विभिन्न योजनाओं कंी जानकारियां दी। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा प्रदेश में पशुपालन और डेरी उत्पादन के क्षेत्र में महिला और पुरूष डेरी को बढ़ावा देने पर कार्य किये जा रहे हैं। इसके लिए डेरी उत्पादकों को एक, तीन व पांच गायों के समूहों के लिए सब्सिडी पर दुधारू गायें उपलब्ध करायी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि डेरी उत्पादन के क्षेत्र में सरकार द्वारा महिला डेरी को 32 प्रतिशत तथा पुरूष डेरी को 25 प्रतिशत का अनुदान भी मुहैया कराया जा रहा है। उन्होंने बद्री गाय के द्वारा दुग्ध उत्पादन को और अधिक बढ़ावा देने पर जोर दिया। कहा कि बद्री गाय के दुग्ध को दुग्ध विभाग मूल दर से सात रूपये प्रति लीटर अधिक का भुगतान करेगा। यही नहीं डेरी उत्पादक को प्रतिदिन से लेकर हर सप्ताह अथवा 15-15 दिनों में भी दूध का भुगतान करने की व्यवस्था की गई है, जिससे कि डेरी उत्पादकों के समक्ष आर्थिक संकट उत्पन्न न हो। उन्होंने अधिक से अधिक लोगों से डेरी उत्पादन के क्षेत्र में आगे आने का आव्हान किया। कार्यक्रम के उपरान्त डा. रावत जलेथा तथा बलोड़ी ग्राम सभाओं में लोगों से रूबरू हुए। उन्होंने लोगों की विभिन्न समस्याएं सुनी। उच्च शिक्षा मंत्री ने लोगों की समस्याओं के निस्तारण का संकल्प दोहराया। कहा कि सरकार द्वारा दूरदराज के गांवों में सड़क पहुंचाने का कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है। ‘‘हर घर नल और हर नल में जल‘‘ योजना के तहत सभी घरों को पानी के कनेक्शन दिये जाएंगे। उन्होंने ग्रामवासियों से सहकारिता और दुग्ध विकास विभागों की योजनाओं से लाभांवित होने के लिए प्रेरित किया।