सरस मेला 2020 के  चैथा दिवस के आयोजित कार्यक्रम सांस्कृतिक संध्या


सू0वि0 पौडी/श्रीनगर/दिनांक 28 फरवरी, 2020,
मुख्य विकास अधिकारी हिमांषु खुराना ने गणमान्य अतिथियां के साथ गुरूवार को जनपद के जी.आई. एण्ड टी.आई मैदान श्रीनगर गढ़वाल में आयोजित दस दिवसीय सरस मेला 2020 के  चैथा दिवस के आयोजित कार्यक्रम सांस्कृतिक संध्या में कार्यक्रम के विधिवत दीप प्रज्ज्वलित कर षुभारंभ किया।
सांस्कृतिक संध्या में असम के कलाकारों द्वारा बिहू एवं झांपी लोक नृत्य की प्रस्तुति देकर मेला प्रेमियों का मनोरंजन के साथ देष के एक भू-भाग की संस्कृति से रूबरू करते हुए विविधता में एकता की रंग गोल दी। जबकि युव दिलों की धड़कन संकल्प खेतवाल ने अपने प्रस्तुति से मेला प्रेमी एवं युवाओं को झूमने में मजबूर किया। जिस पर उपस्थित लोगों ने सांस्कृत संध्या का भरपूर लुत्फ उठाया। संकल्प खेतवाल एवं भैरवास की प्रस्तुति से युवाओं ने जमकर नाच की। संकल्प ने घर मा नी च पाणी की बूंद गढ़वाली गीत की बोल के साथ कई हिन्दी गाना गाया। वहीं संकल्प खेतवाल के पिता संतोश खेतवाल ने संचालक के आमंत्रण पर ढब्बली बक्कम बम सरला गीत गाया। जिससे दर्षकों में उमंग देाखने को मिला।
उक्त कार्यक्रम से पूर्व पाबौ विकास खण्ड की महिला मंगल दलों द्वारा लोक सास्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई वहीं आई.एस.एल.पी एवं आई फैड गोश्ठी में विभागीय योजनाओं एवं कार्यो पर विस्तृत चर्चा की गई। आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम के उपरान्त मुख्य विकास अधिकारी हिमांषु खुराना ने कलाकारों को प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानीत किया।
कार्यक्रम मंच का संचालन गणेष खुगषाल गणी एवं राकेष भट्ट ने किया।
इस अवसर पर उपजिलाधिकारी दीपेन्द्र सिह नेगी, जिला विकास अधिकारी वेदप्रकाष, एपीडी सुनील कुमार, सीएओ एम एस राणा, जिला पर्यटन अधिकारी अतुल भण्डारी, अ.अ. नगर पालिका प्रदीप विश्ट, तहसीलदार सुनील राज सहित संबंधित अधिकारी एवं अन्य जनप्रतिनिधि व मेला प्रेमी मौजूद थे।


Popular posts
परियोजना मंत्री श्री सतपाल महाराज ने 13 डिस्ट्रिक्ट 13 डेस्टिनेशन के तहत चयनित सतपुली में पर्यटन विभाग की 40 शैय्या वाले आवास गृह एवं विवाह समारोह मल्टीपरक हाल के निर्माण कार्य का विधिवत् भूमि पूजन कर शिलान्यास किया
Image
उत्तराखण्ड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण नैनीताल के दिशा-निर्देशों के क्रम में
Image
‘वन नेशन-वन राशन कार्ड’ योजना में शामिल हुएजम्मू-कश्मीर, मणिपुर, नागालैंड और उत्तराखंड: पासवान
Image
पर्यटन विभाग के अन्तर्गत चयनीत योजनाओं का स्थलीय निरीक्षण किया
Image
आखिर 15 अगस्त 1947 की आधी रात को ही क्यों मिली थी आजादी, कैसा था पहला स्वतंत्रता दिवस ?
Image