एल.एस.न्यूज नेटवर्क, नयी दिल्ली। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए 15 सदस्यीय ट्रस्ट का गठन हो गया है। इसे 'श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र' नाम दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में 15 सद्सयी ट्रस्ट के बारे में घोषणा बीते दिनों की जिसमें एक दलित भी शामिल है। मोदी सरकार ने नवगठित ट्रस्ट को मंदिर निर्माण शुरू करने के लिए नकद में एक रुपये का दान भी किया। गृह मंत्रालय में अवर सचिव डी मु्र्मू ने सरकार की ओर से यह राशि दी। ट्रस्ट बिना किसी शर्त के दान, अनुदान, चंदा, मदद या योगदान नकद, अचल संपत्ति के तौर पर स्वीकार करेगा। लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा राम मंदिर ट्रस्टियों में शामिल एक दलित को शामिल किए जाने की है।
दरअसल, कामेश्वर चौपाल वह शख्स हैं जिन्होंने 9 नवंबर 1989 को अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर के लिए नींव की पहली 'राम शिला' (ईंट) रखी थी। उस समय में वह विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के स्वयंसेवक थे। बिहार के सुपौल के रहने वाले कामेश्वर चौपाल वर्तमान में बीजेपी के दलित नेता हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जानकारी देते हुए कहा कि "श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण की पहली शिला दलित समाज के श्री कामेश्वर चौपाल जी ने रखी थी।