PM मोदी पर जमकर बरसे राहुल गांधी, बोले- ये ताज महल भी बेच देंगे


नयी दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भाजपा और ‘आप’ पर समाज में नफरत फैलाने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की दिलचस्पी नौजवानों को नौकरी देने में नहीं है। इसके उलट वे सत्ता में रहने के लिए एक भारतीय को दूसरे भारतीय से लड़ाना चाहते हैं। आठ फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले अपनी पहली रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गांधी ने कहा कि देश का मौजूदा माहौल, नफरत, हिंसा और महिलाओं पर हमले से भारत को नुकसान पहुंच रहा है और लोगों को इससे फायदा नहीं हो रहा है।



 


उन्होंने कहा, “ मोदी और भाजपा को इससे लाभ हो सकता है, लेकिन भारतीयों को नहीं। अगर आप विकास और रोज़गार चाहते हैं, तो आपको लोगों के दिलों से नफरत मिटानी होगी।” गांधी ने आर्थिक मंदी और बेरोज़गारी के मुद्दे से नहीं निपटने और हिंसा को बढ़ावा देने के लिए भाजपा को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, “ वे (भाजपा) हिन्दू धर्म की बात करते हैं, वे इस्लाम की बात करते हैं, वे सिख धर्म की बात करते हैं। उन्हें धर्म का कोई ज्ञान नहीं है। हिन्दू धर्म, इस्लाम, ईसाई, सिख धर्म में- कहां लिखा है कि अन्य लोगों पर हमला करो, उनका दमन करो?”


जंगपुरा से कांग्रेस प्रत्याशी तरविंदर सिंह मारवाह के पक्ष में आयोजित रैली में गांधी ने कहा कि मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का यह कैसा “हिंदू धर्म” है? हिंदू धर्म में सबको साथ लेकर चलने की बात है। गांधी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और आम आदमी पार्टी (आप) का मकसद समाज में नफरत फैलाना है, जो कांग्रेस ने कभी नहीं किया। उन्होंने कहा, “ किसी भ्रम में न रहें। किसी भी व्यक्ति के पास जाएं और आप उसके खून में राष्ट्रवाद पाएंगे भले ही उसका धर्म कुछ भी हो या चाहे वह अमीर हो या गरीब।”


गांधी ने भीड़ से पूछा, “ जो लोग देशभक्तों को आपस में लड़वाते हैं, क्या देशभक्त हो सकते हैं? ” कांग्रेस नेता ने अपने भाषणों में अर्थव्यवस्था और बेरोज़गारी के बारे में बात नहीं करने लिए मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री में ऐसा करने की हिम्मत नहीं है। गांधी ने कहा कि मोदी पाकिस्तान को लेकर बात करते हैं, लेकिन नौकरियां देने और अर्थव्यवस्था में सुधार की बात नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि भारत को विनिर्माण का केंद्र बना कर रोजगार सृजन किया जा सकता है, लेकिन जिस तरह से सरकार काम कर रही है, उस तरह से नहीं।


गांधी ने कहा, “ नरेंद्र मोदी और अरविंद केजरीवाल का (रोजगार सृजन से) कुछ लेना देना नहीं है। वे एक भारतीय को दूसरे भारतीय से लड़ा कर सत्ता में बने रहना चाहते हैं।” उन्होंने सालाना दो करोड़ नौकरियों का वादा करने लेकिन इस पर कुछ नहीं करने के लिए मोदी पर निशाना साधा और भाजपा की अगुवाई वाली सरकार की नोटबंदी और माल एवं सेवा कर(जीएसटी) के लिए आलोचना की। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को निशाने पर लेते हुए कहा, “ वित्त मंत्री यह बताने के लिए तैयार नहीं है कि कितने युवाओं को नौकरियां मिलेंगी। वह कहती हैं कि मैं नहीं बताऊंगी क्योंकि राहुल गांधी मुझसे सवाल करेंगे।”


उन्होंने संसद में वित्त मंत्री के बजट भाषण को “खोखला” बताया। गांधी ने कॉरपोरेट कर में कटौती करने के लिए केंद्र की आलोचना की और दावा किया कि सरकार ने अपने खास 15 उद्योगपतियों का 3.5 लाख करोड़ रुपये का रिण माफ कर दिया है। कांग्रेस नेता ने कहा, “अपने अगले भाषण में, मैं इसकी सूची दूंगा कि मोदी ने अडानी को कितनी परियोजनाएं दी हैं। हवाई अड्डे और बंदरगाह दिए हैं। आप हर जगह अडानी और अंबानी का नाम देखेंगे। यह नरेंद्र मोदी की सरकार नहीं है, बल्कि अडानी और अंबानी की सरकार है। इससे सिर्फ 15 लोगों को फायदा हुआ है।’’


गांधी ने कहा, “ चीन को छोड़कर पूरी दुनिया भारत में निवेश करना चाहती है, लेकिन जब वे भारत की ओर देखते हैं तो उन्हें अब नफरत, हिंसा, बलात्कार, गुंडागर्डी, हत्याएं दिखती हैं। पिछले पांच वर्षों में आप जहां भी देखते हैं, एक भारतीय दूसरे भारतीय से घृणा से बात करता है। यह हमारा इतिहास नहीं है। यह प्रेम का देश है।” उन्होंने सरकार पर इंडियन ऑयल, एयर इंडिया, हिंदुस्तान पेट्रोलियम और रेलवे के साथ-साथ लाल किले को बेचने का आरोप लगाया गांधी ने कहा, “ वह (मोदी) ताजमहल भी बेच सकते हैं।” उन्होंने कहा, “भाजपा का कोई ऐसा नेता दिखाइए जिसने पाकिस्तान में ‘हिन्दुस्तान जिंदाबाद का नारा लगाया हो। कांग्रेस के जंगपुरा के उम्मीदवार ने पाकिस्तान में ऐसा किया था और जेल गए थे।’’