बेरोजगारी चरम पर है, क्या यह संयोग है या प्रधानमंत्री का प्रयोग है : प्रियंका गांधी


नयी दिल्ली। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने लोगों की नौकरियां चले जाने को लेकर मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कठघरे में खड़ा किया और शाहीन बाग पर उनकी ‘संयोग-प्रयोग’ टिप्पणी पर यह कहते हुए निशाना साधा कि बेरोजगारी क्या महज संयोग है या उनका प्रयोग है? सोमवार को एक रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि सीलमपुर, जामिया नगर और शाहीन बाग में सीएए विरोधी प्रदर्शन महज संयोग नहीं हैं बल्कि एक प्रयोग और राजनीतिक षड्यंत्र हैं ताकि देश के सौहार्द को नुकसान पहुंचाया जा सके।



 


प्रधानमंत्री को निशाने पर लेते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि हाल की एक रिपोर्ट कहती है कि पिछले पांच सालों में सात महत्वपूर्ण क्षेत्रों में साढ़े तीन करोड़ नौकरियां चली गयीं। उन्होंने संगम विहार में अपने भाई राहुल गांधी के साथ संयुक्त रैली में कहा, ‘‘ जब प्रधानमंत्री आपके सामने भाषण देते आते हैं तो वह इसका जिक्र तक नहीं करते। क्या वह हमें बता सकते हैं कि नौकरियों का जाना महज संयोग है या प्रयोग? क्या वह बता सकते हैं कि 35 सालों में बेरोजगारी दर सबसे अधिक ऊंचाई पर क्यों पहुंच गयी है? यह क्या संयोग है, या उनका प्रयोग है?’’


प्रियंका गांधी ने कहा कि भाजपा कहती है कि वह दिल्ली को उत्तर प्रदेश जैसा बनाना चाहती है । प्रियंका ने कहा कि उत्तर प्रदेश में तो अपराध एवं अराजकता है और विकास का कोई संकेत नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री प्रचार में करोड़ों रूपये लगाते हैं, केजरीवाल उनसे कोई ज्यादा पीछे नहीं हैं, तो सवाल उठता है कि यदि काम बोल रहा है तो प्रचार की जरूरत क्या है ?