बीस सूत्री कार्यक्रम के अन्तर्गत विभिन्न विभागों की क्रमवार वित्तीय एवं भौतिक प्रगति की समीक्षा बैठक


सूचना/पौड़ी/दिनांक 06 फरवरी, 2020
जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने आज विकास भवन सभागार, पौड़ी में जिला सेक्टर, राज्य सेक्टर, केन्द्र पोषित एवं बाह्य सहायतित योजना एवं बीस सूत्री कार्यक्रम के अन्तर्गत विभिन्न विभागों की क्रमवार वित्तीय एवं भौतिक प्रगति की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने सभी विभागों को सूचनाएं सही-सही तथा समय से उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। कहा कि जो भी निर्माण कार्य किये जा रहे है, उनकी फोटोग्राफी/ वीडियोग्राफी करवायें, कार्यों में लापरवाही न हो। उन्होंने मा. मुख्यमंत्री घोषणाओं की विधानसभावार/ विभागवार अद्यतन सूची एक निर्धारित प्रारूप में उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। कहा कि जल्द ही जनपद प्रभारी मंत्री/शासन स्तर से जिला योजना की समीक्षा बैठक आयोजित की जायेगी, इसके लिए पूर्ण जानकारी के साथ तैयार रहे और जो समस्याएं हैं, उन्हें समयान्तर्गत नोट कराकर निराकरण करा लें। जिलाधिकारी ने कहा कि निर्माण कार्यों में पहाड़ी शैली को महत्व दें।
लोक निर्माण विभाग की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने सड़कों की जानकारी लेते हुए डिवीजनवार पूर्ण, गतिमान एवं अपूर्ण सड़कों की सूची तैयार करने के निर्देश दिये। साथ ही आफिसर क्वार्टर को ठीक करवाने को भी कहा। लोनिवि द्वारा अवगत कराया गया कि जिला योजना के अन्र्तगत अवमुक्त धनराशि 1350.00 लाख के सापेक्ष 1130.35 व्यय, राज्य सेक्टर में अवमुक्त 8238.14 लाख के सापेक्ष 6824.31 लाख व्यय हो चुका है। जबकि केन्द्र पोषित में अवमुक्त 9848.28 लाख के सापेक्ष 9458.31 व्यय तथा बाह्य सहायतित में अवमुक्त 27.00 लाख के सापेक्ष 14.31 लाख की धनराशि व्यय हो चुकी है। बताया कि जिला योजना में 154 सड़कों का लक्ष्य है, जिसमंे से 74 पूर्ण है, बाह्य सहायतित योजना के अन्र्तगत 613 में से 84 पूर्ण हैं तथा शेष पर कार्य चल रहा है। पेयजल निगम द्वारा अवगत कराया गया कि जिला सेक्टर में अवमुक्त धनराशि 670.00 लाख के सापेक्ष 533.10 लाख व्यय हुआ है। बताया कि 129 योजनाओं के सापेक्ष 29 पूर्ण हो चुकी हैं, जबकि 100 पर कार्य चल रहा है। जिलाधिकारी ने भैड़गांव, चिन्वाडी डांडा, सबदरखाल, डांडा नागराज, ज्वाल्पादेवी, घुड़दौड़ी आदि योजनाओं की भी जानकारी लेते हुए कार्याें में प्रगति लाने के निर्देश दिये।
जल संस्थान की समीक्षा के दौरान अवगत कराया गया कि जिला सेक्टर के अन्तर्गत अवमुक्त धनराशि 1300.00 लाख के सापेक्ष 1075.00 लाख व्यय, राज्य सेक्टर में अवमुक्त 621.29 लाख के सापेक्ष 451.85 लाख की धनराशि खर्च की गई है। इसके साथ ही बैठक में वन विभाग, विद्युत विभाग, वैकल्पिक ऊर्जा, निजी लघु सिंचाई, राजकीय सिंचाई, आयुर्वेदिक चिकित्सा, एलोपैथिक चिकित्सा, विधायक निधि, सामुदायिक विकास, समाज कल्याण, कृषि, उद्यान, पशुपालन, डेरी विकास, मत्स्य, पर्यटन आदि विभागों की भी क्रमवार समीक्षा की गई। बैठक में मा. मुख्यमंत्री की घोषणाओं की भी समीक्षा की गई। लोक निर्माण विभाग में 65 घोषणाओं के सापेक्ष 55 पूर्ण है, जबकि शेष पर शासन की स्वीकृति प्राप्त की जानी है। वहीं समाज कल्याण, पर्यटन, संस्कृति, पूर्ति, पेयजल, चिकित्सा आदि विभागों की घोषणाएं हैं।
बैठक में जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी संजय शर्मा ने बताया कि जनपद में जिला सेक्टर योजना के अन्तर्गत अनुमोदित परिव्यय 7260.00 लाख के सापेक्ष 99.19 प्रतिशत धनराशि अवमुक्त की गई तथा अवमुक्त धनराशि के सापेक्ष 81.74 प्रतिशत व्यय हो चुका है। वहीं राज्य सेक्टर योजना के तहत अनुमोदित परिव्यय 41089.89 लाख के सापेक्ष 64.10 प्रतिशत धनराशि अवमुक्त, केन्द्र पोषित योजना में अनुमोदित परिव्यय 46311.64 लाख के सापेक्ष 73.18 प्रतिशत धनराशि अवमुक्त की गई तथा अवमुक्त धनराशि के सापेक्ष 65.46 प्रतिशत व्यय हुआ है, जबकि बाह्य सहायतित योजना के अन्तर्गत अनुमोदित परिव्यय 648.34 लाख के सापेक्ष 100 प्रतिशत धनराशि अवमुक्त की गई तथा अवमुक्त धनराशि के सापेक्ष 77.49 प्रतिशत व्यय हो चुका है।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु खुराना, जिला विकास अधिकारी वेद प्रकाश, एपीडी सुनील कुमार, मुख्य कोषाधिकारी लखेन्द्र गौंथियाल, मुख्य कृषि अधिकारी डी.एस. राणा, मुख्य उद्यान अधिकारी डा. नरेंद्र कुमार, मुख्य शिक्षा अधिकारी एम.एस.रावत, बाल विकास अधिकारी नरेन्द्र कुमार, जिला समाज कल्याण अधिकारी सुनीता अरोड़ा, एसीएमओ पौड़ी डा. जी.एस. तालियान, महाप्रबन्धक जिला उद्योग केन्द्र, मृत्युंजय सिंह परियोजना प्रबंधक स्वजल दीपक रावत, जिला पर्यटन अधिकारी अतुल भण्डारी, अधि. अभि. जलसंस्थान सतेन्द्र कुमार, अधि.अभि. विद्युत अभिनव रावत सहित जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।