एल.एस.न्यूज नेटवर्क चेन्नई। माना जाता है कि राजनीति में आने के बाद स्टाइल व व्यक्तित्व में भी बदलाव लाना पड़ता है, लेकिन दिल्ली के उत्तम नगर विधानसभा क्षेत्र के आम आदमी पार्टी प्रत्याशी नरेश बाल्यान इस बात से इत्तेफाक नहीं रखते। उनका फैशन में रफ एंड टफ अंदाज, गाड़ियों और जूतों का शौक, जिमिंग के प्रति लगाव, सबकुछ जस का तस है। उनका कहना है कि उन्होंने राजनीति में काम को प्राथमिकता दी है, लेकिन अपना मूल अंदाज बिलकुल नहीं छोड़ा है। नरेश बाल्यान बताते हैं, राजनीति में और खासतौर पर इस चुनावी माहौल में उनका खेलों से जुड़ाव काफी मददगार साबित हो रहा है। वे खिलाड़ी हैं और उन्हें टीम भावना और लोगों को साथ लेकर चलने की कीमत का अंदाजा अच्छी तरह से है।
शारीरिक रूप से भले ही वे थक जाते हों, लेकिन मानसिक थकान उन्हें कभी नहीं होती। खेलों के दौरान सिखाया जाता है कि तनावमुक्त रहें। ऐसे में वे इस समय पूरी कोशिश करते हैं कि उनपर किसी प्रकार का तनाव हावी न हो। ऐसे रखते हैं फिटनेस का ख्याल खिलाड़ी होने के साथ-साथ नरेश अच्छे तैराक भी हैं। क्रिकेट, बास्केटबॉल और तैराकी उनकी ऊर्जा और फिटनेस का कारण तो है ही, साथ ही वे तकरीबन सात से आठ किलोमीटर की सैर करना नहीं भूलते। नियमित रूप से जिम जाने वाले नरेश को फिलहाल वक्त नहीं मिल पाता तो वे घर पहुंचने से सात-आठ किलोमीटर पहले ही गाड़ी से उतर जाते हैं और घर तक पैदल जाते हैं। पार्क में टहलना व जिम जाना वे इस समय मिस कर रहे हैं। नरेश के मुताबिक इस वक्त जो चीज सबसे ज्यादा प्रभावित हो रही है, वह है डायट । सुबह के नाश्ते के बाद उन्हें नहीं पता होता है कि वे दिन में कब भोजन कर पाएंगे। ऐसे में सुबह नाश्ते में ड्राई फ्रूट, फल, दूध आदि का प्रयोग करते हैं ताकि दिनभर के लिए ऊर्जा मिल सके।
लंच का टाइम भले न मिल पाए लेकिन रात के दो बजे भी घर पहुंचते हैं तो वे डिनर जरूर करते हैं। फिल्मों व किताबों का शौक नरेश को मनोरंजन के लिए फिल्में देखने का शौक है। अभी तीन महीने से उन्होंने कई फिल्म नहीं देखी है लेकिन अब मतदान के बाद ब्रेक लेंगे और फिल्में देखेंगे। इसके अलावा उन्हें किताबें पढ़ने का शौक है। उनका कहना है कि वे बेहतरीन लेखकों की किताबों से लेकर जीवनियां तक पढ़ते हैं। लेटेस्ट स्टाइल के परिधानों का शौक स्टाइलिंग को लेकर नरेश हमेशा से चूजी रहे हैं। रफ एंड टफ लुक के लिए वे जींस से लेकर जैकेट, कोट, और स्वेट शर्ट तक पहनते हैं। जींस टीशर्ट व कुर्ता पायजामा भी अलग स्टाइल से मफलर के साथ पेयर करना पसंद करते हैं। स्पोर्ट्स शूज उनके हर स्टाइल के साथी बनते हैं।
स्टाइल के अलावा रंगों को लेकर उनके शौक में विविधता है। वे हर रंग को सराहते हैं और उनका कहना है कि राजनीति में आने के बाद भी उन्होंने अपने फैशन स्टाइल को नहीं बदला है।नरेश बताते हैं कि इस वक्त उनका परिवार उनका सबसे बड़ा सपोर्ट सिस्टम बना है। उनके रूटीन को लेकर कभी कोई शिकायत नहीं करता। 15 दिनों के लिए उनका बेटा विदेश से आया था, लेकिन इस दौरान चार-बार भी बमुश्किल उनकी मुलाकात हो सकी है। पत्नी उनकी व्यस्तताओं को बखूबी समझती हैं और उनका साथ देती हैं। परिवार के इस सकारात्मक रवैये से उन्हें हर रोज काम करने की नई ऊर्जा मिलती है।