महात्मा गांधी के विचार एवं आदर्श सक्षम, सशक्त न्यू इंडिया के लिये प्रेरित करते रहेंगे : मोदी


एल.एस.न्यूज नेटवर्क, नयी दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी सहित केंद्रीय मंत्रियों, विभिन्न नेताओं और पूरे देश ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 72वीं पुण्यतिथि पर उनका स्मरण किया और भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। राष्ट्रपति कोविंद, उपराष्ट्रपति नायडू, प्रधानमंत्री मोदी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह आदि ने महात्मा गांधी की समाधि स्थल राजघाट जाकर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की । इस अवसर पर सर्व धर्म प्रार्थना का भी आयोजन किया गया।


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 72वीं पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि उनके विचार और आदर्श हमें सशक्तए सक्षम और समृद्ध न्यू इंडिया के निर्माण के लिए प्रेरित करते रहेंगे। भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि गांधीजी का सत्य एवं अहिंसा का मार्ग आज भी उतने ही शाश्वत हैं जितने दशकों पहले थे।


भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने अपने ट्वीट में कहा, 'राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की पुण्यतिथि पर उन्हें कोटि-कोटि नमन।'


उन्होंने कहा कि पूज्य बापू के जीवन मूल्यों को आत्मसात कर उनके बताए मार्ग पर पूर्ण निष्ठा के साथ चलना ही उनको सच्ची श्रद्धांजलि है। गृह मंत्री अमित शाह ने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा, 'महात्मा गांधी जी के विचार आज भी उतने ही शाश्वत हैं जितने दशकों पहले थे। उन्होंने न सिर्फ भारत को, बल्कि समूचे विश्व को सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित कियास्वच्छ भारत के गांधी जी के सपने को आज साकार करने का काम मोदी जी ने किया है। गांधी जी को कोटि-कोटि नमन।


उन्होंने अपने ट्वीट में कहा, 'स्वच्छ भारत के गांधी जी के सपने को आज साकार करने का काम मोदी जी ने किया है। गांधी जी को कोटि-कोटि नमन।' गौरतलब है कि महात्मा गांधी की आज ही के दिन 1948 में हत्या कर दी गई थी।


कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, आवास शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी, दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने भी राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर प्रमुख रक्षा अध्यक्ष विपिन रावत तथा तीनों सेनाओं के प्रमुख, एडमिरल सुनील लांबा, एयर चीफ मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया तथा जनरल मनोज मुकुद नरवणे भी मौजूद थे।