एल.एस.न्यूज नेटवर्क, नयी दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) ने जामिया गोलीबारी घटना के पीछे भाजपा का षड्यंत्र होने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा शहर में ‘दंगे जैसे हालात उत्पन्न कराना चाहती है ताकि आठ फरवरी को निर्धारित विधानसभा चुनाव टल जाए क्योंकि उसे अपनी हार नजर आ रही है। आप ने साथ ही गृहमंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग की और उन्हें 'भारत का अब तक का सबसे अक्षम गृहमंत्री' करार दिया।
आप ने साथ ही गोलीबारी घटना पर 'मूक दर्शक बने रहने के लिए पुलिस की आलोचना की। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब हो रही है। केजरीवाल ने ट्वीट किया, दिल्ली में क्या हो रहा है ? कानून एवं व्यवस्था की स्थिति खराब हो रही है। कृपया दिल्ली की कानून एवं व्यवस्था की स्थिति को संभालें। केजरीवाल की यह टिप्पणी शाह के उस ट्वीट के जवाब में है जिसमें उन्होंने दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक से इस मामले में कड़ी कार्रवाई करने को कहा।
पुलिस ने बताया कि बृहस्पतिवार को संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर एक व्यक्ति ने गोली चला दी जिसे बाद में हिरासत में ले लिया गया । व्यक्ति द्वारा प्रदर्शनकारियों के एक समूह पर गोली चलाये जाने की घटना में जामिया का एक छात्र घायल हो गया। आप ने आरोप लगाया कि जामिया में हुई यह घटना दिल्ली में माहौल खराब करने का भाजपा का एक षड्यंत्र है ताकि दिल्ली में आठ फरवरी के लिए निर्धारित विधानसभा चुनाव टल जाएआप नेता संजय सिंह ने एक संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाते हुए कहा, 'भाजपा ने महात्मा गांधी के बलिदान दिवस पर यह 'घृणित काम किया है।
भाजपा और गृहमंत्री अमित शाह आगामी विधानसभा में मिलने वाली हार से भयभीत हैं और वे चुनाव को इस तरह की घटना से टलवाने की कोशिश कर रहे हैं।' उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अमित शाह ने दिल्ली पुलिस के हाथ बांध दिये हैं जिसकी वजह से वह इस घटना पर मूकदर्शक बनी रही। सिंह ने कहा कि अमित शाह के गृहमंत्री बनने के बाद दिल्ली में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति खराब हुई है। सिंह ने आरोप लगाया, 'शाह भारत के अब तक के सबसे अक्षम गृह मंत्री हैं। आप नेता एवं पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अजय कुमार ने कहा कि घटना महात्मा गांधी के बलिदान दिवस पर हुई है। उन्होंने कहा, दिल्ली में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति के मद्देनजर हम गृहमंत्री अमित शाह के तत्काल इस्तीफे की मांग करते हैं।