10 से अधिक आप विधायकों की बगावत कहीं भारी न पड़ जाए


नई दिल्ली, संवाददाता। दिल्ली विधानसभा चुनाव- 2020 के महासमर में आम आदमी पार्टी के लिए अपने ही मुसीबत बनते जा रहे हैं। टिकट नहीं मिलने से खफा कई विधायकों ने पार्टी प्रत्याशियों के सामने ताल ठोक दी है। वहीं कुछ विधायक अंदरखाने प्रत्याशियों की जड़ें काटने में जुटे हुए हैं। ऐसे में पार्टी के सामने सबसे बड़ी चुनौती बगावत को थामने की है।


यही वजह है कि पार्टी का शीर्ष नेतृत्व टिकट वितरण से नाराज विधायकों और अन्य कार्यकर्ताओं को मनाने की कोशिशों में जुटा हुआ है। पार्टी के नेताओं का दावा है कि जिन लोगों ने आप प्रत्याशियों के सामने पर्चा दाखिल किया है। वे सभी लोग नामांकन वापस ले लेंगे। टिकट काटे जाने से बागी हुए विधायकों ने 'आप' प्रत्याशियों के खिलाफ ताल ठोक दी है। इसमें सीलमपुर से विधायक हाजी इशराक, गोकलपुर से चौधरी फतेह सिंह, कोंडली से मनोज कुमार, हरी नगर के जगदीप सिंह निर्दलीय मैदान में उतरे हैं।


वहीं, दिल्ली कैंट से विधायक सुरेंद्र सिंह कमांडो ने एनसीपी से, बदरपुर से एनडी शर्मा ने बीएसपी से पर्चा भरा है। टिकट न मिलने से नाराज आदर्श शास्त्री ने द्वारका सीट से कांग्रेस के टिकट पर नामांकन कराया है। हालांकि, पार्टी ने कोशिश करके हाजी इशराक और कालकाजी से विधायक अवतार सिंह कालका को मना लिया है। उन्होंने पर्चा नहीं भरा है, मुंडका सीट से नाराज विधायक सुखबीर सिंह दलाल को भी पार्टी ने मना लिया है। उन्होंने भी पार्टी के प्रत्याशी के सामने पर्चा नहीं भरा है। इसके बाद भी छह से अधिक विधायक चुनाव मैदान में हैं।


पार्टी नहीं चाहती है कि कोई भी विधायक बागी रह कर उनके प्रत्याशी के सामने चुनाव लड़े। इसे देखते हुए बागियों को मनाने की जिम्मेदारी पार्टी के दिल्ली प्रभारी संजय सिंह को सौंपी गई है। बुधवार को भी वह हाजी इशराक और सुखबीर दलाल के साथ पार्टी आफिस में देखे गए। हालांकि, तीन दिन पहले भी संजय सिंह ने सुखबीर सिंह दलाल और कमांडो सुरेंद्र सिंह के साथ पार्टी आफिस में प्रेसवार्ता की थी।


इसके बाद भी वह कमांडो को नहीं मना सके और उन्होंने दिल्ली कैंट से नामांकन करा दिया है। बता दें कि आम आदमी पार्टी ने 15 विधायकों का टिकट काटा है। पार्टी ने जिन विधायकों का टिकट काटा है, उनसे पार्टी के प्रत्याशी के लिए चुनाव प्रचार में लगने के लिए कहा है। साथ ही उन्हें अहसास भी कराया गया कि पार्टी ने भी उनके लिए सब कुछ किया है। आगे भी उन्हें महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जाएगी।